हिंसा के समर्थन कभू नहीं

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। शांति, सद्भाव अउ समता के संदेश देवइया गुरु घासीदास जी के अनुयायी मन अभी बलौदाबाजार म जेन किसम के उग्र प्रदर्शन करे हें, तेन ह छत्तीसगढ़ के इतिहास म पहिली बेर होय हे तइसे लागत हे जी भैरा।
हव जी कोंदा.. पहिली बेर इहाँ कलेक्टर अउ एसपी के कार्यालय म टोर फोर अउ आगजनी होय हे, फेर मोला ए ह उचित नइ जनावत हे संगी।
हव ना.. दू चार असमाजिक लोगन के सेती पूरा समाज के छवि प्रभावित होथे, फेर पुलिस ह पहिली ए जैतखाम मामला म नल जल मिशन म काम करत तीन मजदूर मनला दोषी मान के गिरफ्तार कर डारे हावय, गुरु बालदास जी के अगुवई म वो ठउर म नवा जैतखाम के स्थापना करे जा चुके हे तभो ले अइसन प्रदर्शन?
समाज वाले मन के कहना हे के ए मामला के सीबीआई जांच होना चाही, तेमा असली दोषी के जानकारी होवय।
हाँ बने बात आय ना.. राज्य शासन के जांच एजेंसी ऊपर भरोसा नइए त सीबीआई जांच होवय, सरकार तो न्यायिक जांच के घोषणा बिहनिया ले कर डारे रिहिसे तभो अइसन प्रदर्शन?
हव जी.. हमूं मन असली दोषी के नॉव उजागर होवय एकर समर्थन करथन, फेर हिंसा के नहीं।