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बंगाल की खाड़ी में बन रहा एक और तूफान, IMD ने दिया अलर्ट, 21 नवंबर से आएगी तबाही

मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि यह चक्रवाती तूफान 22 से 23 नवंबर के बीच और अधिक तीव्र हो सकता है

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर एक नए चक्रवात का संकेत मिल रहा है। मौसम विभाग की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि 21 नवंबर को अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवात बनने की संभावना है। यह चक्रवाती तूफान 22 से 23 नवंबर के बीच और अधिक तीव्र हो सकता है।

देशभर में अब सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। वहीं देश के कई राज्यों में छिटपुट बारिश और बिजली गिरने के बीच आईएमडी ने मौसम पर बड़ा अपडेट दिया है। भारतीय मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान कहता है कि भारी बारिश की आफत एक बार फिर आने वाली है। पूर्वोत्तर मानसून के मौसम के दौरान हिंद महासागर कुछ ज्यादा ही सघन हो जाता है। इस कारण नवंबर में तूफानी गतिविधि धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच जाती है हालांकि इस बार यह कुछ हद तक सुप्त है। इस सीजन में मानसून के बाद आया एकमात्र तूफान ‘दाना’ था। दाना तूफान ने अक्टूबर 2024 में भीषण चक्रवात के रूप में दस्तक दी। दाना ने देखते ही देखते एक गंभीर कैट-1 चक्रवात का रूप धारण कर लिया और बंगाल की खाड़ी से सटे इलाकों में खूब तबाही मचाई। दाना तूफान ने 24-25 अक्टूबर की दरम्यानी रात धामरा बंदरगाह के पास ओडिशा तट से टकराया।

21 से 23 नवंबर तक तीव्र हो सकता है तूफान

हालांकि बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर एक नए चक्रवात का संकेत मिल रहा है ऐसा आईएमडी का कहना है हालांकि, मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस चक्रवात का भारतीय तटरेखा पर पूरी तरह से अलग ट्रैक और प्रभाव होगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 21 नवंबर 2024 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिण में अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवात बनने की संभावना है। यह चक्रवात 22 से 23 नवंबर के बीच और अधिक तीव्र हो सकता है। अगर ऐसा है, तो 23 नवंबर तक क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। आईएमडी का अनुमान है कि 23 नवंबर तक डिप्रेशन बनने की संभावना है।

इस बार श्रीलंका झेलेगा तबाही

आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, निम्न दबाव धीरे-धीरे मजबूत होकर पश्चिम और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, जिसके बाद यह और मजबूत हो जाएगा और फिर चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। आईएमडी ने संकेत दिया है कि यह सिस्टम अंततः 26 और 27 नवंबर को उत्तरी श्रीलंका पर दस्तक देगा। हालांकि, इसके साथ ही मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि मौसम के इस स्तर पर इस चक्रवात के बारे में अंतिम भविष्यवाणी करना और इसके ट्रैक और तीव्रता का अनुमान लगाना संभव नहीं है। ये नया सिस्टम और आने वाले दिनों में इसकी चाल इस पर निर्भर करती है कि आने वाले दिनों में क्या होने वाला है। तूफान आएगा भी या नहीं, यह इस मौसम प्रणाली की गति को देखकर समझा जा सकता है।

क्या होगा इस तूफान का नाम?

हालांकि अगर ये सिस्टम तूफान बनता है तो ये इस सीजन का दूसरा चक्रवात होगा। जैसा कि सदस्य देश सऊदी अरब ने सुझाव दिया है, अगले तूफान का नाम ‘फेनगल’ रखा जाएगा और इसे ‘फीनजल’ उच्चारित किया जाएगा। संयोग से, नवंबर में बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले ये तूफान आमतौर पर उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ते हैं इस तूफान की रेंज में बांग्लादेश भी आता है।

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