ओलंपिक ले पदक खातिर शुभकामना

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -26 जुलाई ले शुरू होवइया पेरिस ओलंपिक म ए बखत हमर देश के सबले बड़का दल गे हावय जी भैरा.
-हव गे हावय न जी कोंदा.. खेलइया मन जतका झन गे हावंय वोकर ले जादा उंकर कोच अउ अधिकारी मन गे हावंय.
-ए तो स्वाभाविक आय संगी, फेर उहू मन जादा ले जादा पदक देश ल देवाय खातिर दिन रात भीड़े हावंय.
-हव जी मुक्केबाजी टीम के कोच अउ अपन बेरा के नामी मुक्केबाज अर्जुन पुरस्कार ले सम्मानित धर्मेंद्र यादव तो अपन बेटा के बिहाव ल घलो छोड़ के देश ल पदक देवाय के उदिम म भीड़े हे.
-अच्छा.. अइसे?
-हव जी धर्मेंद्र यादव के बीमार महतारी के इच्छा खातिर वोकर बेटा के बिहाव अभी तुरते करना परगे, तभो वो ह वोमा नइ संघरिस.
-ए तो देश अउ खेल खातिर निष्ठा के अच्छा उदाहरण आय.
-हव जी.. धर्मेंद्र यादव के सुवारी ह बेटा के बिहाव भॉंवर ल मोबाइल म विडीयो काल कर के देखाइस, एकरे माध्यम ले वोला बिहाव म शामिल करीस.
-बने हे संगी.. हमर तो शुभकामना हे ए सबो झन जादा ले जादा पदक जीत के लावंय अउ देश ल गौरवान्वित करंय.