आचार्य चाणक्य सभागार में सुगम संगीत कार्यशाला द्वितीय दिवस कार्यक्रम सम्पन्न

बिर्रा। गुरुघासीदास संगीत महाविद्यालय हसौद के तत्वावधान एवं शारदा सङ्गीत विद्यालय बिर्रा के आयोजक्त में आचार्य चाणक्य सभागार बिर्रा मे आयोजित त्रिदिवसीय सुगम संगीत प्रशिक्षण कार्यशाला के द्वितीय दिवस में मुख्य अतिथि के रूप पं०धनेश मिश्रा (संचालक, वंदे मातरम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवागढ़) रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पं०दिलीप पाण्डेय (भागवताचार्य), श्री चन्दन कश्यप (ब्याख्याता स.शि.म.बिर्रा), तीजराम कश्यप, महावीर धीवर उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि पं०मिश्रा ने कहा संगीत जीवन जीने की कला है। संगीत ब्रह्म का स्वरूप है। विशिष्ट अतिथि पं०पाण्डेय ने कहा “संगीत की साधना, नादब्रह्म की आराधना है। संगीत ओमकार का ही स्वरूप है। विशिष्ट अतिथि चंदन कश्यप ने कहा कि “संगीत से असाध्य रोगों का निवारण संभव है। संगीत एक विज्ञान है और इसे गाने व सुनने से व्यक्ति के मन मष्तिष्क को शांति मिलती है। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ वीणापाणि के तैलचित्र पर पूजार्चन कर प्रारम्भ किया गया। वेदोक्त मंत्रोच्चार पं०प्रवीणकृष्ण तिवारी जी महाराज के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन पं०प्रवीण कृष्ण तिवारी के द्वारा किया गया। सर्वप्रथम श्री के आर कश्यप के द्वारा देशभक्ति गीत “सारे जहां से अच्छा” एवं गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस बधाई गीत सिखाया गया। साथ ही बालगीत “हमारा प्यार छोटा सा” गांव सिखाया गया। स्वल्पाहार एवं दीर्घ अवकाश के उपरांत स्वागत गीत “अर्चना वंदना अभिनंदना” के साथ जन्मदिन बधाई गीत “हैप्पी बर्थडे टू यू” एवं “बधाई हो बधाई जन्मदिन की बधाई” का सामुहिक गायन कराया गया। नववर्ष गीत “आया नववर्ष आया” एवं विदाई गीत का अभ्यास कराया गया। साथ ही अंत में गणेश वंदना “जय गणेश जय गणेश देवा” का सामूहिक पाठ करा कर राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन किया गया।