जांजगीर-चांपा

संगीत कार्यशाला का समापन समारोह सम्पन्न

बिर्रा। कला एवं साहित्यि की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती द्वारा आयोजित पांच दिवसीय शास्त्रीय संगीत कार्यशाला 10 मई से 14 मई के समापन समारोह (प्रत्यक्षीकरण) 14 मई 2025 को शाम 4 बजे देव पब्लिक स्कूल बिर्रा में संपन्न हुआ।

मुख्य अतिथि के रूप में हेमन्त माहुलिकर प्रांतीय महामंत्री (छ.ग. प्रान्त), अध्यक्षता जागेश्वर मानसर (प्रांतीय कोषाध्यक्ष), पं.योगेश शर्मा (विभाग प्रमुख सामाजिक सद्भाव), राहुल थवाईत (अध्यक्ष, नगर पंचायत शिवरीनारायण), राजेश अग्रवाल, पवन सुल्तानिया, देव प्रसाद तिवारी (प्रदेश उपाध्यक्ष, किसान संघ), यशवंत गोस्वामी (जिला संयोजक, कोरबा), गणेश बरेठ (कार्यकारिणी सदस्य, गान्धर्व मण्डल मुम्बई), धनेश मिश्रा संचालक, वन्दे मातरम स्कूल (जिलाध्यक्ष, ब्राह्मण समाज), शिवकुमारी साहू (जिला पंचायत सदस्य) रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदा व माँ भारती के तैलचित्र पर पूजा अर्चना कर किया गया। वेदोक्त साम गायन मंत्रोच्चार प्रवीण तिवारी द्वारा किया गया। संस्कार भारती के ध्येय गीत सांध्यति संस्कार भारती का गायन के आर कश्यप द्वारा किया गया। सभी अतिथियों व प्रशिक्षक द्वारा किशन देवांगन व दीपक दास महंत का सम्मान शुभ्र तिलक व अंगवस्त्र से किया गया।

अतिथीय उद्बोधन में महुलिकर ने कहा हमारा संगीत सीखने का उद्देश्य कलाकार बनना नहीं अपितु कला साधक बनना होना चाहिए। योगेश शर्मा ने कहा संगीत भगवान शंकर का डमरू निनाद है, माँ भगवती की वीणा झंकार है। राहुल थवाईत ने कहा संस्कार भारती कला साहित्य की अखिल भारतीय संस्था है, जो कला उत्थान हेतू प्रयास रत है। सुल्तानिया ने कहा संगीत संस्कारों की जननी है, वही संस्कार भारती है। शिवकुमारी साहू ने कहा मैं एक स्वयं कला साधिका हूँ, और संगीत के उत्थान के लिए हर सम्भव प्रयास रत हूँ। धनेश मिश्रा ने कहा संगीत एक साधना है,जो अतुल्य परिश्रम से प्राप्त होते हैं। देव प्रसाद तिवारी ने कहा कि संगीत के उत्थान के लिए संस्कार भारती पूर्णतः समर्पित संस्था है।

प्रस्तुतिकरण में मास्टर पीयूष कश्यप द्वारा राग केदार 8 1/2 मात्रा प्रस्तुत किया गया। तबला संगत के एल यादव द्वारा किया गया। कु.अंजनी नंदिनी प्रजापति द्वारा राग भूपाली छोटा ख्याल प्रस्तुत किया गया। तबला संगत के एक यादव द्वारा किया गया। कुशाल व युवराज द्वारा सोलो वादन जुगलबंदी प्रस्तुत किया गया। लहरा संगत तुलेश द्वारा किया गया। तबला के समस्त प्रशिक्षार्थियों द्वारा गुरु श्री दीपक दास जी के नेतृत्व में सामुहिक सोलो वादन तीनताल प्रस्तुत किया गया। प्रवीण तिवारी द्वारा राग मिश्र पहाड़ी ठुमरी व राधारमण जी का भजन राग भीमपलासी में प्रस्तुत किया गया। तबला संगत संतोष कश्यप व हारमोनियम संगत जयंत काश्यप द्वारा किया गया। शारदा साहू द्वारा राग केदार तबला संगत साधना साहू द्वारा किया गया। नवल दीप महिलांगे द्वारा सेक्सोफोन की प्रस्तुति दी गयी। सन्ध्या नवरंगा द्वारा राग केदार प्रतुति किया गया। प्रशिक्षक किशन देवांगन द्वारा राग यमन के किराने की सुंदर बड़ा ख्याल सोए नंदलाल एवं छोटा खयाल पिया बिन लागे न जिया मोरा भजन राग भैरवी में माँ भैरवी भवतारिणी की अत्यंत मधुर सुंदर प्रस्तुति दी गयी।

आभार प्रदर्शन के आर कश्यप द्वारा किया गया। इस अवसर पर आरके सोनवानी (कार्यकारी अध्यक्ष), चंदन लाल कश्यप (जिला मंत्री), जयंत कश्यप, टीजराम कश्यप, कृष्णोलाल साहू, संतोष देवांगन, मनोज कश्यप आदि उपस्थित रहे। उक्ताशय की जानकारी कार्यशाला संयोजक मनोज तिवारी (महामन्त्री) द्वारा दी गयी।

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