नवा बुता बर उमर बाधा नइ बनय

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -कोनो मनखे कुछू नवा करे खातिर मन म ठान लेवय त उमर ह वोकर रद्दा म कभू अटघा नइ डारय जी भैरा.
-सिरतोन आय जी कोंदा.. अब कालेच के बात ल देख लेना दुरुग जिला के गाँव अहिवारा के 67 बछर के मूलचंद साहू ल अपन लोग-लइका मन के बर-बिहाव कर के हरहिंछा हो लेइस, त फेर दौड़े के शुरुआत करीस अउ आज 67 बछर के उमर म घलो वो ह राष्ट्रीय प्रतियोगिता म भाग लेथे.. अउ सिरिफ भाग भर नइ लेवय संगी अभी तक वो ह दू ठ गोल्ड मेडल घलो जीत डारे हे. ए बछर हमर छत्तीसगढ़ शासन डहर ले मूलचंद जी ल खेल दिवस के बेरा म शहीद विनोद चौबे सम्मान ले सम्मानित करे गिस.
-हव जी लोगन बताथें के मूलचंद जी अभी रोज 8 किलोमीटर के दौड़ लगाथे एकरे सेती गाँव के लइका मन वोला मिल्खा दादा कहिथें.
-सही आय जी.. मूलचंद जी के कहना हे के वोमन 80 बछर के उमर तक दौड़तेच रइहीं.