गजब जुन्ना शहर आय रायपुर

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -हमन प्राचीन ऐतिहासिक नगरी आरंग के बारे म तो जानबेच करथन जी भैरा के उहाँ के राजा मोरध्वज / ताम्रध्वज के बेरा म भगवान कृष्ण ह अर्जुन संग इहाँ आए रिहिन हें अउ राजा जगा अपन बेटा ल आरा म काट के दान करे के रूप म परीक्षा लिए रिहिन हें.
-ए प्रसंग ल तो पूरा दुनिया जानथे जी कोंदा.. राजा के द्वारा अपन बेटा के अंग काटे के सेती ही ए नगरी ल आरंग के नॉव ले जानथन.
-ठउका कहे संगी.. द्वापर युग के वो बेरा म हमर अभी के राजधानी रायपुर घलो तब बसगे रिहिसे.
-हव..रायपुर घलो जुन्ना शहर आय.. रामायण अउ महाभारत दूनों काल म एकर उल्लेख मिल जाथे.
-हव जी.. रतनपुर के राजा राजसिंह के आश्रित कवि गोपाल मिश्र ह अपन ग्रंथ ‘जैमिनि अश्वमेघ’ (1694 ई.) म मोरध्वज के कथा लिखे हे, जेमा एकर उल्लेख मिलथे-
‘मणिपुर से हम चल्यो सुवेश। मोरध्वज के देखत देश।। कृष्ण सहित प्रद्युम्न बुद्ध केतु। सब भूपति सो करके हेतु।। प्रबल सैन्य समिति बहु भाई। तबहिं रायपुर पहुंच्यो भाई।। जीते सु राज अनेक बढ़े। उनक सु अमित आनन्द उर। दोउ बाज राज औचक मिल। सुसैन्य टिके सब रायपुर।।