पति मान के पौधा के सेवा

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -पौधारोपण के नॉव म फोटो खिंचवइया मन के भीड़ म अभी अइसनो देखे म आय हे जी भैरा के लोगन अपन रिश्ता नता मन के नॉव म पौधा लगा के वोकर सग रिश्तादार बरोबर ही देखभाल करत हें.
-होना तो अइसने चाही, फेर जादा करके ‘बो दे गहूं अउ चल दे कहूँ’ कस उदिम चलत हे जी कोंदा.
-फेर दुरुग जिला के पीसेगाँव म जतन ल सउंहे देख सकथस. 31 जुलाई 2011 ले इहाँ पौधारोपण ल अभियान के रूप म चलावत हें. गाँव के 55 बछर के कुमारी बाई ह अपन पति के नॉव म एक लीम के पौधा बोए हे, वो ह वो पौधा ल ही अपन पति मान के वोकर सेवा जतन करथे, वो ह रोज लीम पौधा के आरती उतारथे, वोला पोटार के मुंहाचाही करथे अउ सुख-दुख जम्मो ल बताथे.
-वाह भई ए तो वाजिब म अद्भुत आय.
-हव जी अइसने अउ कतकों लोगन हें गाँव म जे मन अपन दाई, ददा या आने कुटुंब के नॉव म पौधा लगाए हें, अउ वोकर देखरेख ल वइसने करत हें. ए गाँव के मुक्ति धाम म बांस ल जलाए बर प्रतिबंध हे, वो मन बांस के उपयोग पौधा मन के घेरा बना के रक्षा करे बर करथें. अब तो गाँव म लोगन जनमदिन या बिहाव बछर जइसन बेरा म पौधा भेंट करे के परंपरा बना डारे हें.