गुरू के बिना जीवन अधूरा : रितेश रमण सिंह

बिर्रा। शारदा संगीत विद्यालय बिर्रा द्वारा गुरू पूर्णिमा महोत्सव आचार्य चाणक्य सभागार में मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में रितेश रमण सिंह राजमहल बिर्रा, अध्यक्षता मणीलाल कश्यप, विशिष्ट अतिथि जितेन्द्र तिवारी, रामकिशोर देवांगन, कृष्णा कृष्णा कश्यप, के. कुर्रे सर, श्रवण कुमार थवाईत, तीजराम कश्यप, जयंत कश्यप, भूपेन्द्र कुमार कश्यप, लोकेश देवांगन की उपस्थिति में सर्वप्रथम वीणा पाणी सरस्वती की पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया गया। सरस्वती वंदना बाल कलाकार प्रवीण कुमार तिवारी और गुरू वंदना सृष्टि कश्यप ने प्रस्तुत किया। विद्यालय परिवार द्वारा मंचस्थ अतिथियों का शाल श्रीफल पुष्पमाला से स्वागत किया गया। इस अवसर पर गुरू पूर्णिमा के महत्व को समझाते हुए राजमहल बिर्रा से रितेश रमण सिंह ने कहा कि गुरू बिना जग सूना है क्यूंकि अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला गुरू ही होता है। हम सबके अपने जीवन में माता पिता सहित जो सही राह दिखाने वाला गुरू ही है। अध्यक्ष मणीलाल कश्यप ने कहा कि गुरू की कृपा से ही आज हम यहां बैठे हैं बगैर गुरु के हम आगे नहीं बढ़ सकते। विशिष्ट अतिथि जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि हम सबका अलग अलग गुरू होता है जैसे जन्म देने वाले माता पिता, शिक्षा का पाठ सिखाने वाले गुरू जिन्हें हम शिक्षक कहते हैं वैसे ही संगीत की शिक्षा देने वाले हमारे मार्गदर्शक गुरूजन जिनका सम्मान करना हम सबका नैतिक जिम्मेदारी है। आज आप सभी को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। कार्यक्रम को रामकिशोर देवांगन, कुर्रे सर ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन मनोज कुमार तिवारी व्यवस्थापक ने किया। इस अवसर पर संगीत शिक्षक जयंत कश्यप, संतोष कश्यप (तबला) भूपेन्द्र कश्यप, लोकेश देवांगन, प्रवीण कुमार तिवारी, सृष्टि कश्यप ने संगीत गायन में अपनी प्रस्तुति दी।