गुलदस्ता के बलदा फल अउ साग

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -अब कोनो परब उत्सव म अपन संगी मनला फूल के गुलदस्ता दे के बलदा मौसमी फल अउ साग-भाजी ल बॉंस के नान्हे टोपली म सुग्घर असन सजा के उपहार के रूप म दे के चलन बाढ़त हे जी भैरा.
-अच्छा.. जइसे काली जुवर तोर जनमदिन के बेरा म लइका मन टोपली ल सुग्घर सजा के दिए रिहिन हें तइसने.
-हव जी हमर रायपुर के समाजसेवी संस्था ह ए नवा अउ सुग्घर उदिम ल शुरू करे हे.. उंकर कहना हे के फूल के गुलदस्ता ह झोंकत अउ फोटू खींचत भर ले बने जनाथे, फेर थोरकेच बेर म वो ह अनुपयोगी हो जाथे, जबकि मौसमी फल अउ साग-भाजी ह हर दृष्टि ले उपयोगी बने रहिथे, एकर ले पइसा के फिजूल खर्ची होय अस घलो नइ जनावय.
-उंकर कहना वाजिब जनावत हे संगी.. एकर ले फल अउ साग-भाजी उत्पादक किसान मन के संग बॉंस के टोपली बना के अपन घर परिवार के जोखा करइया मन के रोजी रोजगार ह घलो बने चल जाही.
-सही आय संगी.. अब महूं ह अइसन बेरा म अपन संगी संगवारी मनला फूल के गुलदस्ता दे के बलदा मौसमी फल ल सुग्घर अस टोपली म सजा के दे के टकर बनाहूं.