शनिदेव मंदिर बोरसी में न्याय के देवता की जयंती मनाई गई

बिर्रा। समीपस्थ ग्राम बोरसी में श्रीराधाबद्री चन्द्रा गौटिया परिवार द्वारा शनिदेव मंदिर के चौथे स्थापना दिवस पर श्रीमती राधा बाई चन्द्रा भूत पूर्व सरपंच एवं श्री बद्रीप्रसाद चन्द्रा भूत पूर्व सरपंच की स्मृति में शनि जयंती के अवसर पर गुरुवार की शाम शनिदेव व्रत कथा आचार्य पं जितेन्द्र तिवारी बिर्रा द्वारा कथा सुनाई शनि की महत्ता को समझाते हुए आचार्य श्री ने बताया कि शनि न्याय के देवता माने गए हैं यदि शनि की कुदृष्टि किसी पर पड़ जाता है तो फिर वह जीव कभी भी सफलता या मंजिल तक नहीं पहुंच सकता। अतः न्यायप्रिय शनि देव को नज़र मिलाकर दर्शन नहीं करना चाहिए। वहीं रात्रि में प्रसाद वितरण किया गया व विशाल भंडारे का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम स्थल शनिदेव मन्दिर प्रांगण बोरसी में आयोजन को लेकर राकेश चन्द्रा बोरसी श्रीराधाबद्री चन्द्रा परिवार आयोजक राजेश चन्द्रा श्रीमती नीरा चन्द्रा श्री मनोज चन्द्रा श्रीमती नीरा चन्द्रा श्री किशोर चन्द्रा श्रीमती भगवती चन्द्रा श्री रोशन चन्द्रा श्रीमती लक्ष्मी चन्द्रा श्री राकेश चन्द्रा श्रीमती सुमन चन्द्रा श्रीमती राजेश्वरी भरत लाल चन्द्रा (सुवाताल) श्रीमती लकेश्वरी स्व.हरवंश चन्द्रा (सकर्रा) श्रीमती स्व.परमेश्वरी चन्द्रा (सुखदा) श्रीमती जागेश्वरी तुलाराम चन्द्रा (रेड़ा) श्रीमती नागिना लकेश्वर चन्द्रा (भड़ौरा) श्रीराधाबद्री परिवार का भविष्य श्रीमती मीनू, पुष्पा, निशा, हीना, कु दिव्या, मनीषा, भारती, लीशा प्रतिभा, काव्या नेहा, राशी पंकज, रूपेश, योगेश, अमरनाथ, जगरनाथ, लक्ष्मीकांत विवेक, गुलशन सनी मोहन वैष्णव, संजय तिवारी, दलेश्वर, सेतकुमार, डॉ. भूवनेश्वर, दिलेश्वर चंद्रा नंदकुमार, नरेश चंद्रा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व ग्रामवासी शामिल हुए।