सुख और दुःख दोनों समय हमें ईश्वर भक्ति करनी चाहिए – आचार्य योगेश उपाध्याय

बिर्रा। तिवारी परिवार गंगाजल में स्व राजीव तिवारी जी के वार्षिक श्राद्ध निमित्त आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस ध्रुव चरित्र और गजेंद्र मोक्ष की कथा का विस्तार से वर्णन करते हुए कथावाचक आचार्य पं योगेश उपाध्याय ने कहा कि ध्रुव की भक्ति और तपस्या से प्रसन्न होकर चक्र सुदर्शनधारी भगवान श्री नारायण स्वयं भक्त की भक्ति से दर्शन देने पहुंचे और ऐसा आशीर्वाद और वरदान दिए कि आज भी ध्रुव तारा के रूप में भक्त ध्रुव आकाश में विराजमान हैं। उन्होंने गजेन्द्र मोक्ष की कथा में भी एक हाथी (गज) के करूण पुकार सुनकर भगवान दौड़े चले आए और गज की रक्षा करते हुए ग्राह का उद्धार किया। आचार्य श्री ने कहा कि हमें केवल दुःख में ही भगवान का स्मरण नहीं करना चाहिए बल्कि सुख में ईश्वर भक्ति करते रहनी चाहिए। आज की कथा में मुख्य यजमान श्रीमती गोमती – विशाल नाथ तिवारी, रामफल तिवारी, श्रीमती प्रेमलता तिवारी, प्रांशू तिवारी, कान्हा तिवारी, जितेन्द्र तिवारी, संजय तिवारी, दीवाकर शर्मा, सुखनंदन पांडेय, श्यामलाल यादव, किरण यादव, अशोक तिवारी परिवार गंगाजल सहित बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल हुए। प्रतिदिन संगीत के माध्यम से भक्तिमय वातावरण में कथा श्रवण श्रद्धालु पहुंच रहें हैं। आज श्री राम कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। वही कथावाचक आचार्य श्री के जन्मदिन पर भी केक काटकर जन्मदिन मनाया जाएगा।