छत्तीसगढ़ में बारिश और पकड़ेगी रफ्तार, कई जिलों में येलो अलर्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की रफ्तार एक बार फिर तेज़ होने जा रही है। राज्य के कई जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर दिया है। 7 अगस्त से पूरे प्रदेश में वर्षा और मेघगर्जन की गतिविधियों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। कुछ जिलों में तेज हवाओं और वज्रपात का खतरा भी बना हुआ है। इसके अलावा मौसम तंत्र में हो रहे बदलावों से संकेत मिल रहे हैं कि मानसून ब्रेक की स्थिति जल्द खत्म हो सकती है।
ऑरेंज अलर्ट: इन जिलों में सावधानी जरूरी
मौसम विभाग ने जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, सुरगुजा और सूरजपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ मध्यम वर्षा की संभावना है। लोगों को खुले स्थानों से दूर रहने और सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
येलो अलर्ट: बड़े हिस्से पर छाया बारिश का खतरा
येलो अलर्ट की जद में सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोडागांव, महासमुंद, बलौदा बाजार, मुंगेली, कोरिया, गरियाबंद, मरवाही, कविरधाम समेत प्रदेश के कई जिले शामिल हैं। यहां मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और अचानक तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। हालांकि वर्षा हल्की से मध्यम दर्जे की ही होगी।
तापमान में गिरावट, कहीं 21°C तो कहीं 35°C
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है। सबसे अधिक अधिकतम तापमान बिलासपुर और राजनांदगांव में 35.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान पेण्ड्रा रोड में 21.6 डिग्री दर्ज किया गया।
मानसून ब्रेक की ओर इशारा
मानसून द्रोणिका अब हिमालय की तलहटी की ओर खिसक गई है, जिससे प्रदेश में मानसून ब्रेक जैसी स्थिति बन गई है। उत्तर बांग्लादेश और उत्तरी तमिलनाडु के आसपास ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिससे आगामी दिनों में मौसम में बदलाव आने की संभावना है। यह संकेत देता है कि आने वाले दो दिनों में प्रदेश में वर्षा और मेघगर्जन की गतिविधियां फिर से तेज़ हो सकती हैं।