हमर सांसद मन के भाषायी स्वाभिमान कब जागही

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -आने राज के नेता मन म अपन भाखा-संस्कृति खातिर कतेक गौरव अउ अपनापन के भाव होथे तेने ल गुनथौं जी भैरा.
-कइसे का होगे जी कोंदा?
-भोजपुरी के सुपरस्टार अउ भाजपा सांसद रवि किशन ह अभी बीते शुक्रवार के संविधान (संशोधन) विधेयक 2024 पेश करिस अउ कहिस के वो ए बात ल रेखांकित करना चाहत हे के भोजपुरी भाखा के एक समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास अउ साहित्य हे, जेला बढ़ावा दे के जरूरत हे अउ ए ह तब हो पाही, जब भोजपुरी ल संविधान के आठवीं अनुसूची म संघार के एला आधिकारिक भाषा के दर्जा दिए जाही.
-ए तो गजबे सुग्घर बात आय जी हमर देश के सांस्कृतिक अउ साहित्य रूप ले समृद्ध जम्मो भाखा मनला आठवीं अनुसूची म संघारे जाना चाही.
-हव तोर कहना सही हे, फेर मोला ए बात समझ म नइ आवय के हमर छत्तीसगढ़ के सांसद मन के अॉंखी कब उघरही.. इंकर मन के भाषायी स्वाभिमान कब जागही.. कब इहू मन संसद म अइसने जन भावना ले जुड़े उदिम ल सिध पारहीं?