विनेश के गुरु के कोशिश सफल होवय

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -धीरे-धीरे पेरिस ओलंपिक के दिन पुरत जावत हे जी भैरा, फेर मोला जनाथे के एकर सुरता ह हमर देश ल जतका पदक मिलिस हे, तेकर ले जादा विनेश फोगाट ल फाइनल खेले खातिर अयोग्य बता देइस तेकर सेती जादा दिन ले रइही तइसे लागथे?
-रहिबेच करही जी कोंदा.. वो नोनी ह एकरे सेती खेल ले संन्यास लेके घोषणा कर दिए ते ह अउ जादा बियापही.
-हव जी.. फेर मोला लागथे के वोला अतेक जल्दी संन्यास ले के घोषणा करे के बलदा अवइया ओलंपिक म अउ जादा उत्साह अउ नियम कायदा के अंतर्गत रहिके सोना के तमगा जीते के दावा करना रिहिसे.
-हव जी महूं ल अइसने लागथे, वइसे उंकर गुरु अउ बड़े ददा महावीर फोगाट ह तो नोनी ल घर आए के बाद गोठबात कर के समझाए के कोशिश तो करहूं काहत हे.
-उंकर कोशिश सफल होवय.. हमरो डहार ले शुभकामना हे.