छत्तीसगढ़

नौतपा में जो घर से निकलेंगे, धूप से जलेंगे, न्यायधानी बिलासपुर भीषण गर्मी की चपेट में

नौतपा को मानसून का गर्भकाल भी माना जाता है। इधर शहर में गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं। लोग घरों से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं और अब नौतपा में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी और कम हो जाएगी। इस कारण सूर्य देव की तपिश ज्यादा महसूस होगी।

25 मई से प्रारंभ, भीषण गर्मी से बचने करने होंगे उपाय

छत्तीसगढ़ में 15 जून तक प्रवेश करेगा मानसून

नौतपा में यह रखें सावधानी

बिलासपुर। न्यायधानी अभी भीषण गर्मी की चपेट में है। दिन का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। धरती तप रही है। दिन में घर से निकलना मुश्किल हो चुका है। घर की छत और दीवारें तक तपने लगी हैं। चमड़ी जला देने वाली इस गर्मी के बीच 25 मई से नौतपा प्रारंभ हो रहा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार नौ दिनों तक गर्मी का असर और तेज रहता है। लू जैसी स्थिति निर्मित होगी इससे बचने आमजन को उपाय करने होंगे।

25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है, जिसके साथ ही नौतपा का आगाज होगा। इस दौरान गर्मी प्रचंड रहेगी और पारा और चढ़ेगा। मान्यता है कि नौतपा में जितनी तेज गर्मी पड़ती है, आगे मानसून उतना ही सक्रिय रहता है। इसी वजह से नौतपा को मानसून का गर्भकाल भी माना जाता है। इधर शहर में गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं। लोग घरों से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं और अब नौतपा में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी और कम हो जाएगी। इस कारण सूर्य देव की तपिश ज्यादा महसूस होगी।

इस भौगोलिक घटना को ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आगामी मानसून सीजन के नजरिए से भी देखा जाता है। ज्योतिष शास्त्री पंडित वासुदेव शर्मा ने बताया कि 25 मई से नौतपा शुरू हो रहा है। सुबह 3:17 से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आएगा। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आता है, तब नौतपा शुरू होता है और नाम से ही स्पष्ट है नौ दिन तक सूर्य की तेज तपिश रहती है। इस बार दो जून तक नौतपा रहेगा।

नौतपा के मध्यकाल में वर्षा का संकेत हो या तूफान आए तो आगे खंडवृष्टि और अकाल पड़ने की भी संभावना होती है। नौ दिनों में भगवान शिव की पूजा करने और जल अर्पित करने का भी महत्व होता है। इस दौरान सहस्त्रघट, जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक भी होता है।

एक द्रोणिका सक्रिय, आ रही नमी

मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा.एचपी चंद्रा के मुताबिक एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम राजस्थान से बांग्लादेश तक स्थित है। प्रदेश में प्रचुर मात्रा में नमी का आगमन लगातार जारी है। प्रदेश में 23 मई को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छीटे पड़ने की संभावना है। एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।

आज के दिन पारा था 49.3 डिग्री

न्यायधानी में गर्मी को लेकर सबसे अधिक तापमान का रिकार्ड साल 2017 में दर्ज है। 23 मई को पारा 49.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। इस भयावह स्थिति के बीच लोग डर गए थे। राहत की बात यह कि इसके बाद अभी तक तापमान वहां तक दोबारा नहीं पहुंचा है। पिछले साल 17 मई को सर्वाधिक तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

नौतपा में यह रखें सावधानी

डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए पानी पीएं। घर में बनी लस्सी, आमरस, निंबू पानी ज्यादा पीएं। सुबह 11 बजे के बाद जरूरी हो तभी घर से निकलें। शरीर को ढक कर रखें, छतरी रखें। टोपी, फेस को ढंककर रखें। वायरल इनफेक्शन से बचाव के लिए एसी में एकदम न जाएं या गर्मी से एसी में एकदम न जाएं। अगर लू लग जाती है तो शरीर को पहले थोड़ा सामान्य करें, उसके बाद सामान्य पानी से नहा लें और खूब पानी पिएं।

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