अनिवार्य होवय दुकान मालिक के नॉव लिखना

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -सवनाही कॉंवर यात्रा के रद्दा मन के सबो दुकान मन के बोर्ड म उंकर मालिक मन के नॉव लिखे के उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के सेती अभी पक्ष-विपक्ष म भारी तनिक-तना चलत हे जी भैरा.
-मोला जनाथे के ए ह बिरथा के तिरिक-तिरा आय जी कोंदा.
-अच्छा.. अइसे?
-हव.. राजनीति वाले मनला सरलग बयानबाजी करे बर कुछू विषय नइ मिलय त जेती पाथे तेती घोंनडइया मार लेथे.
-महूं ल अइसने जनाथे संगी.. अउ जब लोगन ल अपन धरम-परंपरा ल सम्मान के साथ जीए म कोनो किसम के डर-भय या संकोच नइ लागय, त अपन नॉव लिखे म काबर अइसन जनाथे?
-हव सही आय जी.. असल म नियम तो ए बनना चाही के सिरिफ कॉंवर यात्रा भर के रद्दा म नहीं, भलुक पूरा देश भर म सबो ठउर के दुकान, ढाबा अउ आने बेचरउहा ठउर मन म अनिवार्य रूप ले बोर्ड लगय जेमा वोकर मालिक ने नॉव अउ का-का जिनिस उहाँ मिलथे तेन सबो ह लिखाय राहय.