प्रतियोगी परीक्षा बर छत्तीसगढ़ी के जानकारी जरूरी होगे

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -अब के पढ़इया लइका मनला छत्तीसगढ़ी भाखा अउ संस्कृति के संग छत्तीसगढ़ी साहित्य अउ साहित्यकार मन के जानबा रखना जरूरी होगे हे जी भैरा.
-हव जी कोंदा.. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग आदि संस्थान मन के परीक्षा म छत्तीसगढ़ी भाषा के अंतर्गत एकर मन ले जुड़े प्रश्न पूछे जाथे. अभी 24 जून ले शुरू होय पीएससी के परीक्षा म ए बछर मयारुक असन प्रश्न पूछे हें.
-अइसे.. ए बछर का-का पूछे हे?
-वइसे तो अबड़ अकन प्रश्न पूछे गे हवय, दू-चार मन ल ओरियावत हौं-
‘कल के बासी आज के भात, अपन घर म का के लाज’ ए लोकोक्ति के आशय पूछे रिहिसे.
‘खुसरा चिरई के बिहाव’ काकर रचना आय?
‘छत्तीसगढ़ी भाषा के उद्विकास’ के रचनाकार के नाम?
‘मयारु माटी’ पत्रिका के संपादक के नाम का हे?
‘छत्तीसगढ़ी गीत के राजा’ कोन गीत ल माने जाथे?
‘छत्तीसगढ़ी बोली का व्याकरण’ काकर रचना आय?