हाटकेश्वरनाथ कहे जाही अब महादेव घाट के देव ला

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -हमर रायपुर के महादेव घाट वाले मंदिर ल अब मंदिर बोर्ड ले लेके जम्मो जगा हाटकेश्वरनाथ कहे, बोले अउ लिखे जाही जी भैरा.
-ए तो बने बात आय जी कोंदा, कोनो भी जगा या लोगन के नॉव ल शुद्ध रूप ले उच्चारण करना चाही.. वइसे भी हमर पुरखा मन एला हाटकेश्वरनाथ ही बोलंय, फेर लोगन के बोलचाल म धीरे धीरे एकर हा शब्द ले आ के मात्रा ह लुप्त होवत हटकेश्वरनाथ होगे रिहिसे.
-हव जी सही आय.. पहिली ए मंदिर जगा अबड़ सोना रहिसे कहिथें.. सोना ल हाट घलो कहे जाथे, एकरे सेती ए मंदिर म बिराजे महादेव ल हाटकेश्वरनाथ कहे जावय.
-बछर 1402 ई. म ब्रम्हदेव राय के शासन काल ए मंदिर ल हाजीराज नाइक ह बनवाए रिहिसे. मान्यता हे के हैहयवंशी राजा ब्रम्हदेव राय ह ए जगा के जंगल म शिकार खेले बर आए रिहिसे त ए शिवलिंग ल नदिया म बोहावत देखे रिहिन हें, जेला उन नदिया के खंड़ म स्थापित करवा दिए रिहिन हें.