गुरु ल श्रद्धांजलि देके सबके अपन परंपरा होथे

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -अभी बुंदेलखंड के हरदौल अखाड़ा के गुरु रामचंद्र पाठक जी के सरग सिधारे म उंकर चेला मन अपन गुरु के शव के आगू म तलवार, फरसा, चक्र जइसन अखाड़ा ले संबंधित जिनिस मन के प्रदर्शन कर के श्रद्धांजलि अर्पित करीन हें जी भैरा.
-अपन गुरु खातिर श्रद्धांजलि अर्पित करे के सबके अपन परंपरा अउ आस्था होथे जी कोंदा.. अब हमरे इहाँ देख लेना लोककवि अउ परमानंद भजन मंडली के गुरु रहे बद्रीविशाल यदु परमानंद जी के शवयात्रा के बेरा म वोकर भजन मंडली के जम्मो चेला मन परमानंद जी के ही लिखे हुए भजन मनला गावत बजावत घर ले रामकुंड के आमा तरिया तक लेग के उनला श्रद्धांजलि दिए रिहिन हें ना.
-हव जी.. अइसने महूं ह शब्दभेदी बाण चलइया अउ करमा सम्राट के उपाधि ले सम्मानित कोदूराम वर्मा जी के अंतिम यात्रा म घलो देखे रेहे हौं.. उंकर गाँव भिभौरी म करमा नृत्य मंडली के चेला मन ‘हाय रे हाय रे सुवा उड़ागे ना, सोन के पिंजरा खाली होगे सुवा उड़ागे ना.. ‘ करमा गीत गावत नाचत उनला श्रद्धांजलि दिए रिहिन हें.