सॉंप चाबे म बइगा घर नहीं, अस्पताल जावौ

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -बरखा के दिन बादर आए के संग सॉंप चाबे ले लोगन के मरे के खबर घलो आए लगे हे जी भैरा.
-हव जी कोंदा.. जंगल-झाड़ी वाले क्षेत्र मन ले हर बछर अइसन खबर आवत रहिथे.
-सही आय जी.. चिकित्सा विज्ञानी मन के संगे-संग कतकों समाजसेवी किसम के लोगन झाड़फूंक म बेरा पहवाए के बलदा अपन तीर के अस्पताल म जाए के अपील करत रहिथें तभो लोगन एकर अनदेखी करथें अउ मौत के मुंह म समा जाथें.
-अभी एक झन जानकर ह काहत रिहिसे के ए बछर पानी कम गिरे के सेती उमस बाढ़गे हवय, तेकर सेती सॉंप मन गरमी ले हलाकान होके अपन बिला ले निकल के तीर-तखार म थोरिक जादच किंजरत-बुलत हावंय, एकरे सेती ए बछर सॉंप चाबे के घटना जादा देखे म आवत हे.
-हव जी पेपर म रोज अइसन खबर पढ़े म आवत हे.
-विशेषज्ञ मन के कहना हे के अइसन क्षेत्र के लोगन मनला मच्छरदानी लगा के ही सूतना चाही, आजकाल प्रशिक्षित सॉंप धरइया मन घलो सबो डहार रेहे लगे हें, उंकरो मन के सेवा लेवत रहना चाही, अइसन करे ले सॉंप के चाबे ले बहुत कुछ बचाव हो सकथे.