शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बाल दिवस, आनंद मेला एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन

जैजैपुर। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जयंती 14 नवम्बर 2024 को सक्ती जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओड़ेकेरा में बाल दिवस एवं आनंद मेला का रंगारंग आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री छोटेलाल भारद्वाज (सरपंच ग्राम पंचायत ओड़ेकेरा), विशिष्ट अतिथि श्री सम्मे लाल चंद्रा (जनपद सदस्य प्रतिनिधि), श्री बालेश्वर चंद्रा, श्री परमेश्वर वैष्णव, श्री नापित जी (प्राचार्य संस्कार सेन्ट्रल स्कूल नंदेली), संतोष लहरे आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री पी. एस. कश्यप (प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओड़ेकेरा) नें की। कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती की तैल चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं श्रीफल तोड़कर किया गया।

मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं अन्य अतिथियों के स्वागत के लिए विद्यालय के छात्राओं ने एवं स्वागत गीत एवं स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम इस कड़ी पर शासकीय प्राथमिक शाला, कन्या पूर्व माध्यमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओड़ेकेरा के छात्र-छात्राओं द्वारा विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथियों ने अपने उद्बोधन में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के विचारों को आत्मसात करते हुए एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए बच्चों के बहुमुखी विकास पर जोर देने की बात कही, क्योंकि आज के बच्चे कल भारत के भविष्य हैं। इस आयोजन में पूर्व छात्र-छात्राओं ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण आनंद मेला रहा। विद्यालय तथा अन्य विद्यालय के छात्र-छात्राए, अभिभावकगण एवं ग्रामवासी भारी संख्या में उपस्थित रहे।

विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के दो दर्जन से भी अधिक स्टॉल, विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा लगाया गया था, जिसमें सैंडविच, बर्गर, पिज़्ज़ा, मोमोज, समोसा, बड़ा, पानी पुरी चाट, इडली, पॉपकॉर्न, अंकुरित अनाज, चना मसाला, रसगुल्ले आदि व्यंजन लोगों को खूब लुभा रहा था। इस आनंद मेला पर बच्चे अभिभावक, शिक्षक अपने अपने जायके का व्यंजन चखकर आनंद लिया। इस आयोजन से बच्चों में अपार खुशी थी, अपने अंदर छिपे कौशल से विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का निर्माण, प्रबंधन एवं बाजार व्यवस्था को सीखा। इस तरह के आयोजन से बच्चों में रचनात्मकता और टीमवर्क की भावना का विकास होता है, साथ ही उन्हें छोटी उम्र में ही उद्यमिता और जिम्मेदारी का अनुभव मिलता है। साथ ही बच्चों के प्रोत्साहन से उनके अन्दर छुपी प्रतिभा और हुनर खुलकर सामने आता है। माता-पिता और शिक्षक भी इस मेले का आनंद उठाते हैं और बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हैं जो बच्चों को लम्बे समय तक प्रेरणा देते है। दोपहर 12:00 बजे से लेकर के शाम 4:00 तक चला। मधुर गीत, संगीत के साथ विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद दर्शक बखूबी ले रहे थे।

इस आयोजन की सफलता के लिए श्री पी. आर चंद्रा, श्री यु. एस. तिवारी, श्री एम. के. जांगड़े, श्री एस. आर. चंद्रा, श्री डी. एल. चंद्रा, श्री एस. एल. धीरहे, श्रीमती सुषमा देवांगन, श्री आर. जे. कुर्रे, श्री टी. आर. सिदार, सुश्री ललिता साहू, श्रीमती किरण तिर्की, श्री के. सी. चंद्रा, श्री राजाराम कर्ष, श्री हरिश्चन्द्र, श्रीमती सरिता चंद्रा, श्री डी. एम. चंद्रा, श्री डी. एस. लहरे, श्री तिहारु सिदार, श्री सी. एस. सिदार, श्री दीनकर, श्री बी. पी. चंद्रा, श्री दिलीप देवांगन, श्री रामावतार कश्यप, श्री ओमप्रकाश देवांगन, अजय देवांगन, श्री डी. पी. चंद्रा, चंद्रा मैडम आदि शिक्षक शिक्षिकाओं नें अथक प्रयास किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के व्याख्याता श्री हरनारायण चंद्रा नें किया।