जांजगीर-चांपा
गांव में निकलेगी भोजली यात्रा होगा विसर्जन


बिर्रा। रक्षाबंधन पर्व के दुसरे दिन देवी स्वरूपा भोजली जिसे हम कजली मैया के नाम से जानते हैं जिसका सप्ताह भर पहले बोया जाता है और प्रतिदिन पूजा अर्चना कर अच्छी फसल की कामना करते हैं। बिर्रा (बम्हनीडीह) में हर साल की तरह शाम 4 बजे से बाजे गाजे के साथ भोजली यात्रा निकाली जाती है। राजमहल की माताएं राजमहल में पूजा अर्चना कर ग्राम बैगा के साथ घनवासागर में धूमधाम से विसर्जित किया जाता है। हर वर्ष की तरह सर्वश्रेष्ठ भोजली को नगद राशि से पुरस्कृत किया जाता है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं लोग शामिल होते हैं और एक दुसरे को भोजली देकर शुभकामनाएं दी जाती है।