छत्तीसगढ़ की 11 में से 10 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज

रायपुर। छत्तीसगढ़ की ग्यारह में से दस लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। भाजपा ने राज्य में इस बार सिर्फ दो सीटों – दुर्ग और राजनांदगांव में ही अपने सांसदों को फिर से मैदान में उतारा था। बाकी नौ सीटों पर नये चेहरों को मौका दिया गया था। चुनाव में प्रत्याशी बदलने का पार्टी को काफी फायदा मिला। सिर्फ कोरबा सीट को छोड़कर पार्टी के सभी प्रत्याशी चुनाव में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। यहां कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय को हराया।
उधर, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कई सीटों पर अपने दिग्गज नेताओं को प्रत्याशी बनाया था। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और पूर्व मंत्री कवासी लखमा शामिल थे। चुनाव में न सिर्फ ये दिग्गज नेता हार गए, बल्कि कांग्रेस को अपनी बस्तर की सीट भी खोनी पड़ी। बस्तर में भाजपा के महेश कश्यप ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री कवासी लखमा को हराया।
छत्तीसगढ़ में इस बार सबसे बड़ी जीत मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दर्ज की।
उन्होंने कांग्रेस के विकास उपाध्याय को पांच लाख पचहत्तर हजार से अधिक वोटों से हराया। वहीं, कांकेर के भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग ने सबसे कम वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बीरेश ठाकुर को अट्ठारह सौ चौरासी मतों से पराजित किया। प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल सीट राजनांदगांव में कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय ने हरा दिया। वहीं, महासमुंद में भाजपा प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को हराया। दुर्ग सीट से भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने कांग्रेस के राजेंद्र साहू को हराकर इस सीट से दूसरी बार जीत दर्ज की।
वहीं, बिलासपुर में भाजपा के तोखन साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र सिंह यादव को हराया। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम राठिया ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर मेनका देवी सिंह को परास्त किया। सरगुजा में भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज ने कांग्रेस की शशि सिंह को पराजित किया। जांजगीर-चांपा में भाजपा प्रत्याशी कमलेश जांगड़े ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री डॉक्टर शिवकुमार डहरिया को हराया।