कारगिल विजय दिवस पर कॉलेज में हुआ शौर्य और श्रद्धांजलि का आयोजन

मालखरौदा। देश की रक्षा में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों की शौर्यगाथा को नमन करते हुए आज सक्ती जिले के शासकीय वेदराम महाविद्यालय मालखरौदा में शनिवार 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिकारी कर्मचारी, विद्यार्थियों अतिथियों ने एकत्र होकर देशभक्ति, बलिदान और राष्ट्रप्रेम की भावना को पुनर्जीवित किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर की गई।
महाविद्यालय में गणित के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक श्री सी. आर. कोसले ने अपने उद्बोधन में कहा कि कारगिल युद्ध सिर्फ एक सैन्य विजय नहीं, बल्कि भारत के आत्मबल, साहस और संकल्प की विजय थी।
भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री राजकुमार कुर्रे ने कहा कि कारगिल विजय दिवस, शौर्य, गौरव, और बलिदान का प्रतीक है, देश के सम्मान और रक्षा के लिए हमें हमेशा समर्पित रहना होगा साथ ही कहा कि देश की रक्षा के लिए शिक्षा को मजबूत करना होगा।
कैप्टन विक्रम बत्रा, लेफ्टिनेंट मनोज पांडेय जैसे शहीदों को याद कर छात्रों ने मौन रखा और शपथ ली कि वे अपने देश की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में रैली एवं पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों ने वीरता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया।
इस अवसर पर अन्य प्राध्यापक गण उपस्थित रहे। जिनमें श्रीमति यू. एन. जायसवाल, श्री वासुदेव एक्का, श्री एल. आर. कोसरिया, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ कौशल्या मैत्री, श्री गंगाराम जोशी, श्री लखन भास्कर, श्री मनीष बंजारे, श्रीमती राजेश्वरी खूंटे, सुश्री, वेदकुमारी साहू एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन एन. एस .एस. के सहायक कार्यक्रम अधिकारी श्री मनीष बंजारे द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ कौशल्या मैत्री द्वारा आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में शहीदों के बलिदान को हमेशा याद किए जाएंगे।