प्रदेश में आज तूफानी बारिश का अलर्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। तटीय पश्चिम बंगाल पर बने अवदाब और अन्य मौसमी सिस्टम के कारण प्रदेश में 26 जुलाई को कई जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। विशेषकर बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभागों में बारिश का असर अधिक रहेगा। मौसम विभाग ने गरज-चमक और वज्रपात की चेतावनी भी जारी की है। वहीं 28 जुलाई के बाद बारिश की तीव्रता में थोड़ी कमी आने की उम्मीद है।
बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर के लिए चेतावनी
तटीय पश्चिम बंगाल क्षेत्र में बने अवदाब और सक्रिय मानसून द्रोणिका के प्रभाव से छत्तीसगढ़ में विशेषकर बिलासपुर संभाग तथा उससे लगे दुर्ग और रायपुर संभाग के जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की आशंका है। गरज चमक के साथ वज्रपात की भी संभावना है।
पिछले 24 घंटों में अधिकांश जिलों में बारिश दर्ज
प्रदेश के अधिकांश जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान अच्छी वर्षा हुई। कुछ जिलों में भारी से अति भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई। मुख्य वर्षा आंकड़े: रघुनाथनगर, मुकडेगा, सुकमा, बरपाली – 15 सेमी, पौड़ी उपरोड़ा, बड़े बचेली, कुटरू – 13 सेमी,
बिहारपुर – 12 सेमी, धरमजयगढ़, वांड्राफनगर, दंतेवाड़ा, भोथिया, दौरा कोचली, शिवरीनारायण, जांजगीर सहित कई स्थानों पर 10 सेमी और अन्य जिलों में 6 से 9 सेमी तक वर्षा हुई।
प्रदेश में तापमान का हाल
प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.2°C दुर्ग में दर्ज किया गया। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान भी 20.2°C दुर्ग में ही रहा। 26 जुलाई को प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है साथ ही एक-दो स्थानों पर भारी से सीमांत भारी वर्षा और वज्रपात हो सकता है।
मौसमी सिस्टम की स्थिति
एक अवदाब तटीय पश्चिम बंगाल और उससे लगे बांग्लादेश तट के पास बना है जो अगले 24 घंटे में गंगेटिक पश्चिम बंगाल व झारखंड की ओर बढ़ेगा। मानसून द्रोणिका रेखा जम्मू से कोलकाता होते हुए अवदाब केंद्र तक पहुंच रही है। ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण उत्तर छत्तीसगढ़ और आसपास 4.5 से 5.8 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। दूसरा चक्रीय परिसंचरण उत्तर-पूर्वी अरब सागर से उत्तर छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ है। आने वाले दिनों में 28 जुलाई के बाद प्रदेश में बारिश की तीव्रता और वितरण में कमी आने की संभावना जताई गई है। हालांकि कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा का दौर बना रह सकता है।