शासकीय शाला सेमरिया में प्लास्टिक मुक्त दिवस मनाया गया

बिर्रा। अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस 3 जुलाई 2025 को शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेमरिया विकास खंड बम्हनीडीह में बीआरसी एच के बेहार के मार्गदर्शन में शाला प्रबंधन विकास समिति अध्यक्ष राजू साहू, सरपंच प्रतिनिधि रामस्वरूप कश्यप, प्रधान पाठक उमेश कुमार दुबे, शिक्षकों, छात्र-छात्राओं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में मनाया गया। प्रभारी प्रधानपाठक उमेश कुमार दुबे ने बताया कि यह दिन प्लास्टिक प्रदूषण के गंभीर मुद्दों और भूमि से लेकर समुद्री जीवन तक प्राकृतिक पर्यावरण के लिए इसके गंभीर खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। यह दिन प्लास्टिक की थैलियां के पर्यावरणीय प्रभाव पर प्रकाश डालता है जो प्रदूषण में योगदान करते हैं, वन्य जीवों को नुकसान पहुंचाते हैं और विघटित होने में सैकड़ो वर्ष लगते हैं।
युवा नेता सद्दाम हुसैन ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने और व्यक्तियों व्यवसायों और सरकारों को अधिक पर्यावरण पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने का अवसर है। शाला प्रबंधन विकास समिति अध्यक्ष राजू साहू, सरपंच प्रतिनिधि रामस्वरूप कश्यप ने कहा कि भारत को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं के उपयोग को कम करके टिकाऊ विकल्पों का चयन करके कचरे का उचित तरीके से निपटान करके और सफाई अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेकर व्यक्ति भारत में प्लास्टिक कचरे को कम करने में योगदान दे सकते हैं। दुनिया भर में प्लास्टिक कचरे का जमाव गलत तरीके से बड़े पैमाने पर प्रदूषण का कारण बन रहा है नदी घाटियों और जलमार्गों को अवरोध कर रहा है जिससे हमारे समुद्र हवा और जमीन प्रदूषित हो रहे हैं मानव स्वास्थ्य वन्य जीवन स्थिति की तंत्र और प्राकृतिक पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
शिक्षक पीतांबर प्रसाद कश्यप ने बताया कि दुनिया का पहला पूरी तरह से सिंथेटिक प्लास्टिक बैक लाइट था जिसका आविष्कार 1907 में न्यूयॉर्क में लियो बेकलैंड किया था जिन्होंने प्लास्टिक शब्द गढ़ा था। शिक्षक टीकाराम गोपालन (यूको क्लब प्रभारी) ने बताया कि प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए जब भी घर से बाजार निकले कपड़ा या जूट बैग साथ लेकर अवश्य जाएं। यदि दुकानदार पॉलिथीन में सामान दे रहा है इसका विरोध करें और आगे से उसे पॉलिथीन प्रयोग न करने की सलाह दें ना खुद और ना ही दूसरों को प्लास्टिक बैग का उपयोग करने दें अपने बच्चों को भी प्लास्टिक बैग करने के नुकसान के बारे में बताएं। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कैलाश खूंटे ने किया। कार्यक्रम में कन्हाई लाल कश्यप, गुलजार खान, अशोक जांगड़े, एकादशिया मांझी, कौशल यादव, अनुपमा जांगड़े, रवि कश्यप, राजेश कश्यप, चिंता राम रात्रे आदि उपस्थित थे।