जिस तरह से शरीर के लिए भोजन की जरूरत होती है उसी तरह आत्मा के लिए भजन ज़रूरी है : देव कृष्ण महराज

बिर्रा। मां चंडी की पावनधरा ग्राम पंचायत बिर्रा दाऊ मुहल्ला वार्ड क्रमांक 6 में कश्यप परिवार द्वारा स्मृति शेष स्व श्रीमती जयकरण कश्यप के वार्षिक श्राद्ध निमित्त संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का शुभारंभ भब्य कलशयात्रा के साथ वेदी पूजन देव आह्वान के साथ हुआ। व्यासपीठ पर आचार्य पं देव कृष्ण महराज जी ने श्रीमद् भागवत कथा महात्म्य की कथा सुनाते हुए बताया कि श्रीमद्भागवत मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है। भ से भूमि, ग से गगन, व से वायु, अ से अग्नि और न से नीर (जल) यह शरीर प्रकृति के पांच तत्वों से बना हुआ है। वहीं द्वितीय दिवस की कथा में भक्ति और वैराग्य की कथा सुनाते भगवान ब्रह्मा जी के चारों मानस पुत्रों सकन, सनंदन, सनातन और सनत कुमार की कथा विस्तार से सुनाई। और कहा कि जिस तरह से शरीर के लिए भोजन आवश्यक है उसी तरह आत्मा के लिए भजन जरुरी है। आज़ की कथा में धुंधकारी की कथा और जर, जोरू, जमीन का कारण महाभारत की कथा का वर्णन किया तथा ध्रुव चरित्र का वर्णन किया गया। कथा के बीच बीच में संगीत के माध्यम से श्रद्धालु झुमते नज़र आ रहे हैं।
आज की कथा में आयोजक भगवान प्रसाद कश्यप, मुख्य यजमान श्रीमती लक्ष्मी-देवचंद कश्यप, श्रीमती अनीता-पितांबर, श्रीमती उमा-राजेश कश्यप, नंदकुमार, ममता कश्यप, अमरनाथ कश्यप, महाराम कश्यप, अभिराम कश्यप, मोहन, शंकर, घनश्याम कश्यप, जिवेंद, फेंकूं लाल, रितेश रमण सिंह छोटू बाबा, सरपंच प्रतिनिधि एकादशिया साहू, घनश्याम कश्यप, जीवन चंद यादव, निलांबर सिंह, जितेन्द्र तिवारी, चित्रभानू पांडेय, सुरेश कुमार कर्ष, राजेन्द्र कश्यप, दिनेश कातिया, राजू,गौतम, रामकृष्ण कश्यप, उमेश कश्यप, राजकमल कर्ष, तिलकराम, भागवत नामदेव, नरेंद्र केशरवानी, पुनीराम, मनोज कुमार, मनहरणलाल, संजू बाबा, कुलदीप कश्यप, टूपेंद्र, ज्योति, हितेश, नितिन, युवराज, लक्ष्य सहित कश्यप परिवार व शुभचिंतक कथाप्रेमी धर्मानुरागी शामिल हुए।