अपराध रोके ले जादा वोला देखाय म मगन हें लोगन

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। -लोगन के भीतर ले मानवता धीरे-धीरे नंदावत हे जी भैरा.. अब कभू अपराध होथे त वोला रोके ल छोड़ के देखाए म जादा मगन जनाथें.
-सही आय संगी कोंदा.. अब कतकों जगा अइसन नजारा देखे बर मिल जाथे, जिहां लोगन सामान्य मानवीय व्यवहार के घलो दर्शन नइ करंय.
-हव जी.. अब काली पेंड्रा गौरेला के घटना ल ही देख लेना.. 21 बछर के रंजना नॉव के कॉलेज छात्रा ल एक अतलंगी टूरा ह चाकू मार के हत्या कर दिस अउ बिन काकरो रोक-छेंक के वो जगा ले मोटरसाइकिल म बइठ के भाग गे घलो.
-सही आय संगी.. महूं ह ए घटना के सीसीटीवी फुटेज ल समाचार म देखत रेहेंव.. वो नोनी अउ वोकर भाई अपराधी ले बचाय खातिर कतेक गोहरावत रिहिन हें, फेर एको मनखे तो उनला बचाय के उदिम करतीन!
-हव जी.. अतेक भीड़ भाड़ वाले जगा म दिन दहाड़े होवत घटना ल रोके के चेत कोनोच नइ करीन.. हाँ भई.. लोगन अपन-अपन मोबाइल ल हेर के वोकर विडीयो जरूर बनाइन.
-बहुत दुर्भाग्य के बात आय संगी.. लोगन के अइसन अमानवीय चरित्तर कतकों जगा अब देखे म आवत हे, उन अपराध ल रोके ल छोड़ के वो घटना के विडीयो बनाय म मगन हो जावत हें.