संस्कार भारती का 23 वां प्रांतीय अधिवेशन रतनपुर में सम्पन्न

रतनपुर। संस्कार भारती प्रान्त इकाई छत्तीसगढ़ का प्रांतीय अधिवेशन दि. 15 एवं 16 जून को माँ महामाया की नगरी रतनपुर में श्रीसिद्धि विनायक मंदिर प्रांगण में सम्पन्न हुआ। प्रथम दिवस प्रांतीय कोष प्रमुख जागेश्वर मानसर के द्वारा आय व्यय का लेखाजोखा प्रस्तुत किया गया। जिसे ॐकार ध्वनि के साथ पारित किया गया। दिवंगत परिजनों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि श्री राधामाधव धाम श्री सिद्धि विनायक मंदिर के महामंडलेश्वर एवं श्री निरंजन पंडा (राष्ट्रीय लोकविधा सह प्रमुख) श्री अनिल जोशी जी (क्षेत्र प्रमुख) के सानिध्य में माँ भारती की पूजार्चना के साथ दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। द्वितीय सत्र में जिला महामंत्रियों द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें सक्ती, दुर्ग, बिलासपुर, मुंगेली, कांकेर, रायपुर, अम्बिकापुर, कोरबा, रायगढ़ आदि के द्वारा प्रस्तुत किया गया। कुल 11 जिलों के 63 प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। ओडिशी नृत्य उड़ीसा प्रान्त की बालिकाओं द्वारा सुंदर मनमोहक प्रस्तुति दी गई।

द्वितीय दिवस संस्कार भारती के रीति- नीति पर अनिल जोशी द्वारा प्रकाश डाला गया उन्होंने का कि कला की उत्कृष्ट प्रदर्शन ही उसकी जान है। गुणात्मक रूप से उत्कृष्ट होना ही चाहिए। कार्यक्रम औऱ कार्य अलग अलग हैं। कला का संवर्धन, संरक्षण, पोषण, प्रसिद्धि व प्रतिष्ठा व लोकाश्रय ये पांच कार्य है। संगठन की गुणात्मक तथा रचनात्मक कार्य विधि पर श्री निरंजन पंडा जी ने बतलाया कि प्रचार- प्रसार ज़िले की वार्षिक योजना, साथ ही साध्य साधन, व साधक ये तीनों विकास के तीन सोपान हैं। प्रांतीय प्रबंध कार्यकारिणी का निर्वाचन माननीय गोपाल यादव (पालक अधिकारी, प्रान्त सह कार्यवाह रा.स्व.से.सं.) के द्वारा सम्पन्न कराया गया। जिसमें सर्वसम्मति से श्री रिखीराम क्षत्रिय को प्रान्त प्रमुख बनाया गया। प्रान्त प्रमुख रिखी क्षत्रिय द्वारा संगठनात्मक विकास करते हुए हेमन्त माहुलिकर को महामंत्री जागेश्वर मानसर को कोष प्रमुख बनाया गया। प्रबोधन सत्र में श्री राधामाधव धाम तथा सिद्धि विनायक मंदिर के महामंडलेश्वर तथा पालक अधिकारी गोपाल यादव प्रान्त प्रमुख रिखी क्षत्रिय द्वारा उद्बोधन दिया गया। जिसमें संस्कार भारती के उद्देश्य, कार्य पध्दति तथा राष्ट्रीय उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया।
संस्कार भारती अखिल भारतीय की कला एवं साहित्य की प्रतिनिधित्व संस्था है जिसके द्वारा कलाकारों एवं साहित्यकारों को एक मंच प्रदान कर उनको जनसुलभ एवं उनकी कला को प्रतिष्ठा दिलाने का कार्य करती है। कला एवं साहित्य के माध्यम से सामाजिक जागृति एवं जन चेतना को जगा कर समाजिक समरसता के साथ राष्ट्र को परम वैभव की ओर ले जाने का प्रयास किया जाता है।
इस कार्यक्रम में सक्ती जिला से के आर कश्यप (अध्यक्ष) मनोज कुमार तिवारी (महामंत्री), अन्य जिला से रिखी क्षत्रिय (प्रांताध्यक्ष) निरंजन पंडा, पवन पांडेय, पुरषोत्तम चंद्राकर, डॉ. योगेंद्र चौबे, स्वाति पंड्या, मनोज श्रीवास्तव, डॉ दिनेश मिश्रा, गरिमा मिश्रा, कीर्ति व्यास, अनिल गधेवाल, भवानी शंकर तिवारी, अखिलेश श्रीवास, हेमन्त माहुलिकर, जागेश्वर सिंह मानसर, सुकदेव कश्यप, हेमन्त सकदेव, डॉ राजेन्द्र कुमार वर्मा, बालमुकुंद श्रीवास, भानुजी राव, सचिन अशोक काले, दिनेश पाण्डेय, मुकेश श्रीवास्तव, डॉ. विश्वनाथ कश्यप आदि ने भाग लिया। उक्ताशय की जानकारी मनोज कुमार तिवारी (महामंत्री) जिला इकाई सक्ती ने दी।