छत्तीसगढ़
15 जून के पहिली वृक्षारोपण तकनीकी रूप ले सही नोहय

सुनना भैरा – गोठिया कोंदा “कोंदा-भैरा के गोठ” – सुशील भोले
जांजगीर फर्स्ट न्यूज़। कइसे जी भैरा, काली पर्यावरण दिवस म के ठन पौधा के हत्या करे?
कइसे उजबक बानी के गोठियाथस जी कोंदा! पौधा लगई ल हत्या करई कइही का?
हमर छत्तीसगढ़ म 16 जून के बाद मानसून आथे जी, वोकर पहिली के पौधा बोवई ह वोला मारेच बरोबर हे।
अइसे का?
हहो.. देखस नहीं इहाँ हर बछर लाखों पौधा लगाए जाथे फेर वोमा के बांचथे के ठन ह?
असल म हमर इहाँ के भुइंया ह 16 जून ले 20 जुलाई तक के बेरा ही पौधा बोए बर उपयोगी होथे। ठकठक ले सुक्खा भुइंया म बो देथौ तेन ह कुछ दिन म मर जथे। फेर तुमन ल तो सिरिफ फोटू खिंचवाए ले मतलब रहिथे। पौधा रोपण खातिर तकनीकी जानकारी ले का लेनादेना हे। है ना!